प्रस्तुत काव्य-संग्रह में प्रकृति से जुड़ी कुछ रोचक कविताओं का संकलन है प्रकृति का हर रूप मनोहर है लहराती नदियाँ, टप-टप करती बूँदें, जगर-मगर करती चाँदनी और हरे-भरे लहराते पेड़ हमको सदा से ही आकर्षित करते रहे हैं मधुर संगीत सुनाती इठलाती, गाती लहरें और नदिया के पानी में प्रतिबिम्बित होते सूरज का बिम्ब जहाँ एक ओर मनोरम वातावरण का सृजन करता है,वहीं रंग-बिरंगे प्यारे-प्यारे बगिया के फूल सारे जग से न्यारे लगते हैं और बच्चों-बूढ़ों, सभी का मन मोह लेते हैं आशा है मेरा यह कविता-संग्रह पाठको को मेरे पूर्व के अन्य काव्य-संग्रहों की भाँति ही रुचिकर प्रतीत होगा