हुस्ने ग़ज़ल कुछ ऐसी बेहतरीन रूमानी ग़ज़लों का संग्रह है जिसे हर वह व्यक्ति पढ़ना चाहेगा जिसके दिल में मुहब्बत का जज़्बा हो और हुस्न के लिए दीवानगी इस संग्रह की हर ग़ज़ल अपने आप में अनूठी है सभी ग़ज़लें नायिका के इर्द-गिर्द घूमती हैं हुस्न,इश्क और दीवानगी की हदों को पार करके ग़ज़लों का यह कारवाँ बड़ी ही खूबसूरती के साथ आगे बढ़ता है और पाठकों को अंत तक अपनी गिरफ्त में लिए रहता है पाठकों को ग़ज़लों का यह गुलदस्ता पेश करते हुए मुझे बहुत ख़ुशी हो रही है उम्मीद है पाठकों को मेरा यह तोहफ़ा ज़रूर पसंद आएगा