देह के दायरे - 36 देवबाबूने धीरे-धीरे अपने भक्तों को मिलना बंध कर दिया - पंकज और करुणा द्वारा लाइ जानेवाली चीज़ को अस्वीकार करता था - पंकज पूजा की भेजी हुई दवाई देने के वास्ते देवबाबू की कुटिया में आता है.. पढ़िए आगे की कहानी, देह के दायरे - ३६.