चंद्रगुप्त - प्रथम अंक - 5 (मगध में नन्द की राजसभा) राक्षस और सभासदों के साथ नन्द - दौवारिक प्रस्थान करता है और चन्द्रगुप्त के साथ कई स्नातकों का प्रवेश होता है - चाणक्य का सहसा प्रवेश होता है - नन्द चाणक्य का अपमान करता है और धक्के मारकर बाहर निकालने की धमकी देता है ... पढ़िए, चंद्रगुप्त - प्रथम अंक - 5.