देह के दायरे - 30
देवबाबू गुरूजी के सामने आकर उसके स्वस्थ हो जाने की खबर लेकर आया - बार बार देवबाबू को पूजा की याद आ रही थी - चार वर्ष पश्चात पूजा की यादे उसे विचलित कर रही थी - कमण्डल और लकुटि लेकर देवबाबू पहाड़ से उतरके घर की और प्रयाण करने लगे
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