देह के दायरे - 27 पूजा को तपस्या करते हुए एक साल बीत गया लेकिन अब तक देवबाबू का पता नहीं चला था - पूजा कोई विरहिणी जैसा जीवन व्यतीत कर रही थी - पंकज भी देवबाबू के विषय में पूजा को आश्वस्त करने लगे पढ़िए आगे की कहानी, देह के दायरे - २७