बेताल पच्चीसी

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बुढिया ने घर आकर सब हाल राजकुमार को कह सुनाया राजकुमार हक्का बक्का रह गया तब उसके मित्र ने कहा “राजकुमार, आप घबरायें नहीं, उसकी बातों को समझें उसने दसों उँगलियाँ चन्दन में मारीं, इससे उसका मतलब यह है कि अभी दस रोज चाँदनी के हैं उनके बीतने पर अँधेरी रात में मिलूँगी दस दिन के बाद बुढिया ने फ़िर राजकुमारी को खबर दी तो इस बार उसने केसर के रंग में तीन उँगलियों डुबो कर उसके मुँह पर मारीं और कहा, “भाग यहाँ से ” बुढिया ने आकर सारी बात सुना दी राजकुमार शोक से व्याकुल हो गया दीवान के लडके ने समझाया...