काले धन के खिलाफ क्या हो दूसरे कदम

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प्रस्तुत आलेख काले धन के विरूद्ध विमुद्रीकरण के बाद सरकार द्वारा उठाए जाने वाले संभावित कदम के बारे में है। विगत कुछ वर्षों से हमारा देश अनेक आर्थिक, राजनैतिक एवं सामाजिक समस्याओं से गुजर रहा है, क्योंकि हमारी अर्थव्यवस्था के समानांतर एक और अर्थव्यवस्था खड़ी हो गई है। यह व्यवस्था काले धन की है। जिसका उपयोग मादक पदार्थों के अवैध व्यापार और आतंकवाद जैसी ध्वंसकारी गतिविधियों में किया जा रहा है। जिससे कि देश की अर्थव्यवस्था और सुरक्षा को घातक नुकसान हो रहा है। काले धन या समानांतर अर्थव्यवस्था की समस्या सामान्य समस्याओं से अलग प्रकार की समस्या है क्योंकि जब हम सामान्य आर्थिक समस्याओं, यथा गरीबी, मुद्रास्फीति या बेरोजगारी के संबंध में विचार करते हैं तब हमारा ध्यान गरीब, निर्धन एवं बेरोजगार लोगों के समूह पर स्वत: केंद्रित हो जाता है। परंतु, जब काले धन या समानांतर अर्थव्यवस्था पर दृष्टिपात करते हैं तब एक नकारात्मक विशेषता दृष्टिगत होती है, क्योंकि इसमें वह व्यक्ति या व्यक्ति समूह प्रभावित नहीं होता, जो इस काले धन को रखता है बल्कि इससे वे व्यक्ति प्रभावित होते हैं, जो इससे वंचित रह गए हैं और साथ-ही-साथ इस देश की सरकार भी। यही तथ्य काले धन की समस्या को ध्वंसकारी साबित करती है। ...........