जब रिसिशसन वाला धमाका हुआ तो मेरी नौकरी पहली छंटनी में ही चली गई। पत्नी को उसकी कम्पनी ने ऑफर दी कि या तो वह नौकरी छोड़ दे या कम तनख्वाह पर किसी छोटे पद पर तैनात हो जाए। पत्नी ने कम्पनी की बात मानकर छोटा पद स्वीकार कर लिया। इस तरह आमदनी घट गई तो घरेलू खर्चों में कटौती करने के लिए हमने एक कार बेच दी। फिर घर की किस्तें परेशान करने लगीं। अच्छी नौकरी तलाश करते हुए मुझे बमुश्किल किसी सिक्युरिटी कम्पनी में रात की नौकरी मिली। इससे पूरा नहीं पड़ा तो मैं साथ ही यह पार्ट टाइम नौकरी करने लग पड़ा।