यदि आदमी का मन और कर्म सच्चे हो तो कोई भी उसका कुछ नही बिगाड़ सकता यदि उसपर कोई विपत्ति भी आने वाली होगी तो वह भी ताल जायेगी उसकी भलाई उसकी नही अपितु उसके पूर्वजो का भी उद्दार कर सकती है