“लेडीज क्लब”

(15)
  • 8.2k
  • 3
  • 3k

एक शहर के बहाने ही सही अपने समय का इतिहास बनती ऐसी अनेक घटना-परिघटनाओं की आत्मीय एवं गहन पड़ताल सम्पूर्ण भारतीय समाज में समीक्षात्मक दृष्टि से संवेदना को तलाशना है।