मंदिरों का नगर गंगा नदी के किनारे बसे ऋषिकेश में चंदा और तारा अपने माता – पिता के साथ रहती थीं . खूबसूरत , विदूषी , मेहनती चंदा कक्षा आठवीं में और कुशाग्र बुद्धि तारा छठी में पढ़ती थी . हर गर्मी की छुट्टियों में दोनों बहनें अपनी माँ के साथ नानी के घर जाया करती थीं .हाल ही में नाना जी की तबादला राजस्थान के सवाई माधोपुर में हुआ था . वे वन विभाग में डीएफओ थे. इस बार राजस्थान नहीं जा पाउँगी . तुम्हारे पिता जी के दिल का आपरेशन है . माँ ने आपनी लाडली बेटियों चंदा – तारा से कहा.