उस तरफ़ लाला ब्रजकिशोर नें प्रात:काल उठ कर नित्य नियम से निश्चिन्त होते ही मुन्शी हीरालाल को बुलानें के लिये आदमी भेजा. हीरालाल मुन्शी चुन्नीलाल का भाई है. यह पहले बंदोबस्त के महक़मे मैं नौकर था. जब से वह काम पूरा हुआ इस्की नौकरी कहीं नहीं लगी थी. तुमनें इतनें दिन से आकर सूरत तक नहीं दिखाई. घर बैठे क्या किया करते हो ? हीरालाल के आते ही ब्रजकिशोर कहनें लगे दफ्तर मैं जाते थे जब तक खैर अवकाश ही न था परन्तु अब क्यों नहीं आते ?