मैंने देखा है बादलों केआगे एक दुनिया और भी

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समय ६बजकर १० मिनट हो चुका था । जैसे की फ्लाइट बादल में प्रवेश करने लगा धरती का नज़ारा बिल्कुल ही दिखना बंद हो गया । जहाँ भी देखो सफेद तैरते हुए बादल। जैसे की दूध फर्श पर गिर कर सफेद हो गई हो और मलाई जगह जगह अलग अलग सैप में दूध पर तैर रही हो । कहीं पलता सा एक सफेद चद्दर जैसी एक परदा जिसके अंदर से कहीं नीला आसमान दिख रहा है तो कहीं गाढा मलाई से भरी पाहड जैसी बादलें । जब इन बादलों से हवाइ जाहज रगड़ कर चलता तब आवाज़ सहित विमान हिलता ड़ुलता हुआ महसूस होता रहता ।