भारत की सेना के तीनों अंगों -स्थल सेना, जल सेना और वायुसेना को ही नहीं, बल्कि समस्त देश वासियों को उन पर नाज़ था. फील्ड मार्शल करियप्पा के बाद इस गौरवमय पद को सुशोभित करने वाले भारतीय थलसेनाध्यक्ष अकेले वे ही तो थे. वे भारतीय सैनिकों के आदर्शपुरुष ही नहीं, सबसे चहेते सेनाध्यक्ष भी थे. उनका औपचारिक नाम, फील्ड मार्शल सैम हर्मूसजी फ्रामजी जमशेदजी मानेकशा, मिलिटरी क्रोस, परम विशिष्ट सेवा मैडल, अतिविशिष्ट सेवा मैडल लिखने के लिए एक बहुत लम्बे से नामपट्ट की आवश्यकता होगी.