पूजनीय पिताजी को पत्र

  • 29.5k
  • 4
  • 2.8k

Selected in Matrubharti letter writing competition. सादर प्रणाम, परसों आपका पत्र मिला। पत्र पढ़कर एक संबल एक ठहराव का अनुभव हुआ। जीवन में ऐसे क्षण आते हैं जब हम कोई बड़ा निर्णय लेना तो चाहते हैं पर इस बात से भी ड़रते हैं कि यह गलत तो नहीं हो रहा।इसका कारण यह है कि हमारे पास न उम्र का कोई ठोस अनुभव होता है न ही परिपक्वता।