परीक्षा-गुरु - प्रकरण-5

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लाला मदनमोहन बाग सै आए पीछे ब्‍यालू करके अपनें कमरे मैं आए उस्समय लाला ब्रजकिशोर, मुन्शी चुन्‍नीलाल, मास्‍टर शिंभूदयाल, बाबू बैजनाथ, पंडित पुरुषोत्तमदास, हकीम अहमदहुसैन वगैरे सब दरबारी लोग मौजूद थे. लाला साहब के आते ही ग्‍वालियर के गवैयों का गाना होनें लगा. मैं जान्ता हूँ कि आप इस निर्दोष दिल्‍लगी को तो अवश्‍य पसंद करते होंगे. देखिये इस्‍सै दिन भर की थकान उतर जाती है और चित्त प्रसन्‍न हो जाता है लाला मदनमोहन नें थोडी देर पीछै ब्रजकिशोर सै कहा.