लोकतंत्र अभ्युत्थानम् विनोद विप्लव लिखित राजनीति व्यंग्य रचनाओं का संग्रह है। इसमें शामिल व्यंग्य के जरिये लोकतंत्र और भारतीय राजनीति के अनछूये पहलुओं को उजागर किया गया है। इसमें शामिल व्यंग्य रचनाएं है लोकतंत्र अभ्युत्थानम्---- पद न जाये-- तोप के मुकाबिल जूते- जान का स्थानांतरण--- राजनीति और चुनाव में बल--- विरोध करने का लाइसेंस--- आरोप लगवा दो--- ओबामा के खिलाफ भी पार्टी लड़ेगी चुनाव--- चोर- पुलिस मौसेरे भाई।