प्रिय वाचकगण, ये कविताए मेरे उन जज़बातो को ब़यान करती है, जो आज तक मै किसी को केह नही पायी। अपने दिल का दर्द बांटने के लिए एक दोस्त की जरूरत होती है, ये कविताऐ मेरे लिए किसी दोस्त से कम नही। पिछले ५ साल से कविताऐ लिख रही हुं, लेकिन मातृभारती से जुडने के बाद अपनी रचनाओ को आपके सामने प्रस्तुत करने का विचार आया, आशा है आपको मेरी ये रचनाऐ पसंद आएगी।