विनोद विप्लव की यह कहानी ग्रामीण पृष्ठभूमि पर आधारित है जिसके जरिये दिखाया गया है कि किस तरह से गांव में एक बाहुबली पैसे और प्रभाव के दम पर गांव के भोले—भाले लोगों पर आतंक का राज कायम रखता है। यह आतंक ऐसा होता है कि लोग सब—कुछ जानते समझते हुए भी चुप रहते हैं।