प्रोफेसर अतुल ने अपने दोनों बेटे विपुल और विनय के लिए कई-कई सपने देखे थे। वे सारे व्यर्थ हो गए और उन्हें पता भी नहीं चला कि कब विपुल और बाद में उसी के नक्शेकदम पर कब विनय अपराध की दुनिया में दाखिल हो गया। जब उनकी मार्फत घर में ऐश्वर्य, विलास और नफासत की महँगी-महँगी दुर्लभ चीजें आने लगीं तब उनके कान खड़े हुए, मगर तब तक काफी देर हो चुकी थी।