स्वार्थ की दुनिया में दरकते रिश्तों की कहानी, जिसमें एक बाप कैसे अपने पुत्रों के बीच बांट लिया जाता है। जिस बुढ़ापे में उसे आराम और सुकून की जरूरत होती है, वहां पुत्र अपने-अपने काम में पिता को इस्तेमाल करते हैं। और आखिर में एक दिन ऐसा मंजर पेश आता है कि...