कहानी रमेष खत्री 9414373188 एक अधेड़ प्रेमकथा जब मैं इस ऑफिस में स्थानान्तरित होकर आया तभी उससे मेरी मुलाकात हुयी, वैसे यह षहर मेरे लिए एकदम नया है, यह अलग बात है कि ‘इस षहर में आने के सपने मैं बरसों से देखता रहा हूँ किन्तु कभी भी मेरे सपनों का षहर मेरे सामने हकीकत बनकर नहीं आ पाया था, मेरी लाख कोषिषों के बाद भी मैं अपना स्थानान्तरण इस षहर में नहीं करवा पाया ।' फिर एक दिन पता नहीं क्या कुछ घटा कि स्वमेव ही मेरा यहाँ स्थानान्तरण हो गया और मैं इस सपनों के षहर में आ