शुद्धि ( ध बेटल ऑफ निर्वाणा ) - 2

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  घर के अंदर कल्पना अपनी सहेली रिया से फोन पर बात कर रही थी, वहीं उसके घर के दरवाजे के बाहर एक काला साया खड़ा था, लेकिन इस बात से बेखबर कल्पना अपनी ही दुनिया में मशगुल थी, कि तभी अचानक से पूरे घर की लाइट्स ऑफ हो गई।कल्पना का कॉल चल रहा था, उसने अपने आसपास देखा और फोन पर ही कहने लगी -" ऑफाे यार, सच ए बेड टाइम यार.. ये इलेक्ट्रिसिटी.. इसे भी अभी जाना था.. "सामने से रिया की आवाज आई -" क्या हुआ कल्पना? ""  कुछ नहीं यार लाइट चली गई है,, चल ठीक