दुनिया में लाखों करोड़ों इंसान हैं। लेकिन सोचने वाली बात है । फिर भी कोई किसी के काम नहीं आता हर इंसान के जिंदगी में एक वक्त ऐसा आता है जब वो खुद को अकेला पाता है। ऐसा ही कुछ हुआ मेरे साथ।दोस्तों आपको जानकर बिलकुल भी हैरानी नहीं होगी कि रिश्तेदार तो इतिहास गवाह है सिर्फ बुरे हालात में मज़ाक उड़ाने और अच्छे वक्त में जलने के काम ही आते हैं । मेरे साथ भी यही हुआ। अपनी कहानी मैं क्या बताऊं आंख भर जाते हैं खुद के बीते दिनों को याद करने से लेकिन,, आज मैं अपने कहानी