परीधिपहली नजर में देखने से कर्नल पंत जितने रौबदार व शुष्क नजर आते थे वास्तव में वह अंदर से कोमल ह्रदय समझदार व्यक्ति थे | नियमों का पालन करने वाले इंसान एक सच्चे थे। उनकी पत्नी सुधा को भी उनसे विशेष शिकायतें नहीं थी।वर्षों से थल सेना में कार्यरत थे उसी वातावरण के लोगों के बीच उठना बैठना । लगातार उसी तरह के वातावरण में रहने के कारण कनर्ल पंत की कुछ बातें आम सिविलियंस की समझ से परे होती। वैसे भी सैना में या राजनिति में रह रहे लोगों का प्रिय शब्द होता है ‘प्रोटोकोल’’ जो उनकी व उन