चुप्पी - भाग - 1

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क्रांति एक ऐसी लड़की थी जिसे ऊपर वाले ने वह उपहार दिया था जो हर किसी के भाग्य में नहीं होता। वह बहुत ही तेज दौड़ती थी। वह जब भी टीवी पर लड़कियों या फिर लड़कों को हॉकी खेलते देखती, उसके तन मन में भी वही खेलने की लगन लग जाती। उस समय उसके पांव मानो दौड़ने के लिए तत्पर हो जाते और वह घर में ही एक लकड़ी लेकर उससे खेलने लगती। बॉल को पूरे घर में इधर से उधर नचाती रहती और ऐसा करके उसे बहुत आनंद मिलता था। ऐसा लगता था कि  मानो भगवान ने उसे जो