शोहरत का घमंड - 108

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नरेश अंकल ईशा और मीनू के पास जाते हैं और उनके सर पर हाथ रख कर बोलते हैं, "ये सब क्या हो गया, अभी ये सब नहीं होना चाहिए था, अभी इन दोनों बच्चियों की उम्र ही क्या है और भाभी आपके पास तो कोई बेटा भी नहीं है"।तब मीनू रोते हुए बोलती है, "मम्मी पापा हमे छोड़ कर क्यों चले गए, अब हम क्या करेंगे, मम्मी जिनके पापा नहीं होते हैं, लोग उन्हें बड़ी ही बुरी नजरों से देखते हैं, मम्मी आप उठाओ न पापा को, बोलो न कि हम उनके बिना नहीं रह पाएंगे "।तब ईशा रोते हुए