शायद मेरी आख़िरी नाराज़गी होगी ..फिर कभी न गुस्सा करूंगी और न उसके बाद कोई हक होगा मेरा ....किसी ने सच ही कहा है किसी की आदत न लगाओ तुमजिस इंसान को खुद से ज्यादा चाहो एक दिन आपको छोड़ ही देगा ।जिसका मैसेज आने से आपको खुशी मिलती है बाद में वही इंसान बहुत रुलायेगा।शुरुआत में आधी आधी रात तक बातें होगी फिर बाद में वो शख्स एक एक बात के लिए तड़पा देगा ।जिसे मानने लगते हैं हमदर्द , पता है बाद में दर्द देकर वहीं बहुत रुलायेगा।।।उम्मीद से ज्यादा जुड़ गई थी मैं उससे ,शायद इसीलिए खुद से