मुक्त - भाग 8

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   (   मुक्त  ) --- उपन्यास की कहानी लिखने की इतनी बड़ी वजा ये नहीं कि हम कौम को आपने देश अफगानिस्तान  की धरती मे धर्म के पक्के शेरियत के पक्के बनाने मे दखल दे रहे है। बस ये कह रहे है, जो कारसाज दे रहा है उसमे सब्र सकून करना सीख लो। तो शायद हर देश की हद जो बनी है, गिर जाए। हम तो महजब पे लड़ पड़ते है, कयो ठीक है न ???                       युसफ को मस्जिद मे वाग देने के बाद, नीचे ही सो गया था... सुबह