सुबह का वक्त देशमुख निवासवर्ली के छोटे से इलाके में एक छोटा पर खूबसूरत सा सजा हुआ डुप्लेक्स बिल्डिंग के मंदिर से अति हुई घंटी की आवाज पूरे घर में गूंज रही थी।किशोर देशमुख जो घर के आंगन में सुबह का अखबार लिए बैठे थे घंटे की आवाज सुनकर पेपर रखकर दोनों हाथ जोड़ प्रणाम करते हुए बोले,"बिटिया अगर भगवान की पूजा हो गई हो तो इस नाचीज़ की भी सुबह बना दो ,अपने हाथों से एक गरमागरम चाय पिलाकर।"उनकी बात सुनकर किचन में काम करती उनकी धर्मपत्नी ममता जी चीख पड़ी ,"देख नहीं रहे हो पूजा कर रही है