बीस गौरांबर के दिमाग ने सुन्न होकर काम बंद कर दिया था। परन्तु उसे बस थोड़ा-सा ढाढस इस बात का था कि उसके साथ, उसी की भाँति इस्तेमाल किया जाने वाला एक युवक और भी था। इसी युवक से अब गौरांबर को यह भी पता चला कि सन्त जी पहले आखेट महल प्रोजेक्ट पर एक कर्मचारी ही थे। और बड़े रावसाहब ने इनके साथ इस तरह धोखा किया कि इन्हें साइट पर दूर भेजकर इनका घर लूट लिया। रावसाहब ने इनकी पत्नी से अनैतिक सम्बन्ध रखे और उसे बाद में कस्बे का एक मन्दिर दान में दे दिया। उसी युवक