उसकी यादों की तस्वीर

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सर्द सुबह का मौसम था। कमरे में हल्की सी ठंडक थी, लेकिन दिल में एक गर्मी थी, जो उसे याद करने से पैदा हो रही थी। सूरज की हल्की किरणें खिड़की से छनकर कमरे में आ रही थीं, पर मेरे दिल का कोना हमेशा उसी एक चेहरे से रोशन था। उसकी यादें—मेरी हर सुबह और हर रात का हिस्सा बन चुकी थीं। पहली बार उसे देखा था, और यकीन मानो, वो पल मेरे दिल पर ऐसे छा गया था जैसे कोई हल्की सी धुंध छा जाती है, जो धीरे-धीरे मिटती नहीं है, बस बनी रहती है।वो किताबों में खोई हुई