कहानी में अब तक हम ने देखा के रोवन सुरंग से जब निकला तो उसने अपने आप को कब्रिस्तान के बाहर पाया। मशाल उठा कर दौड़ते हुए वो झोंपड़ी तक पहुंचा। सुरंग का दरवाज़ा बाहर खुला था जिसे उसने बहुत मशक्कत से तोड़ा था। उसने बाबा को इतना पीटा के उसका कचूमर निकल आया था। इस से भी उसका दिल नहीं भर तो उसने बाहर आ कर झोंपड़ी में आग लगा दी। आग बड़ी तेज़ी से फैल गई और रोवन लूसी को लेकर अपनी गाड़ी के पास आ गया। कार में लूसी को जल्दी में बैठाया और तेज़ी से गाड़ी चलाने