"तानाशाह"लेखक: मनोज संतोकी मानसप्रस्तावनादेश का नाम भले ही "आजादिस्तान" हो, लेकिन इस धरती पर आज़ादी नाम मात्र की चीज़ थी। यहाँ के लोग एक निर्दयी तानाशाह "आकाश ठाकुर" के शासन में साँस लेते थे। उसकी सत्ता का डर लोगों की आत्मा तक में बसा हुआ था।लेकिन हर अंधेरे में कहीं न कहीं एक चिंगारी छुपी होती है। इस चिंगारी का नाम था "पियाली"। एक साधारण सी लड़की, जिसका जीवन तानाशाह के हाथों उजड़ गया था। अपने पिता के खोने के बाद, पियाली को अपने पिता की कुछ गुप्त फाइलें मिलीं, जिनमें तानाशाह के सबसे बड़े राज छुपे हुए थे।यह कहानी