यह कहानी है, सुहानी और अनिकेत की। अनिकेत जो की अभी कॉलेज स्टूडेंट था जो बहुत ज्यादा शरारती और मस्तीखोर था उसकी इन्ही शरारतों के कारण उसके दादा जी उसकी शादी किसी नाबालिक लड़की से तय कर देते है। वहीं दूसरी तरफ 17 साल की सुहानी जिसे अनिकेत के लिए चुना गया था। सुहानी अपना बचपना छोड़ के शादी के लिए अपने माँ पापा के कारण मान जाती है। पर क्या अनिकेत हाँ करेगा इस रिश्ते के लिए? क्या होगा जब सुहानी को झेलना पड़ेगा अनिकेत का गुस्सा और नफरत? और कैसी होगी अनिकेत की जिन्दगी जब शादी के बाद