चेहरे का तिल

रात का सन्नाटा था और निश्चय हाईवे पर अकेला गाड़ी चला रहा था। बारिश की हल्की बूंदें शीशे पर टकरा रही थीं, और आस-पास सिर्फ घने जंगल और अंधकार था। अचानक, हेडलाइट की रोशनी में उसे सड़क के किनारे एक आकृति दिखी.. एक महिला, पर्पल साड़ी में लिपटी हुई, सिर झुकाए खड़ी थी।निश्चय ने गाड़ी धीरे की और उसकी ओर देखा। उसकी आँखें अजीब तरह से झुकी हुई थीं, मानो वह किसी गहरे विचार में डूबी हो। उसके चेहरे पर एक तिल था, जो उसकी सुंदरता को और भी खास बना रहा था। उसकी सुंदरता देखकर निश्चय अवाक रह गया।"क्या