Chapter - 13अब तक ....चाहत सोफे के इधर उधर हो रही थी कार्तिक को चिढ़ाते हुए ...., कार्तिक चाहत को पकड़ने की कोशिश करते हुए,"मॉम....,इसे देखो....,रोज के रोज ये मुझपर पानी डालती है..."।चाहत बचते हुए और अपनी मॉम से," हा तो मम्मा...,मुझे लेट हो रहा था....,भैया उठ ही नहीं रहे थे...."। कार्तिक चाहत को पकड़ने के लिए होता है," तो तू ऐसे उठाएगी?...." अब आगे ......#फ्लैशबैक कंटिन्यू....चाहत की मॉम चाहत से,"अच्छा तो तुम्हें अब देर नहीं हो रही....,हम्म?..." चाहत अचानक से खड़े हो जाती है और अपने सर पर हाथ रखकर,"अरे बाप रे मैं तो भूल ही गई थी...."(तभी कार्तिक मौके का फायदा उठाते