दिल से दिल तक एक तरफ़ा सफ़र - 6 - (अंतिम भाग )

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आज जब ये ख़बर मिली कि डॉक्टर साहब की सगाई हो चुकी है, तो जैसे दिल में एक हलचल सी मच गई। कई महीनों से मैं उनके बारे में कुछ भी जानने की कोशिश नहीं कर रही थी, उनके साथ मेरी आख़िरी मुलाक़ात के बाद से ही मैंने तय कर लिया था कि अपने दिल के ये जज़्बात सिर्फ़ अपने तक ही रखूंगी। कभी सोचा था कि इस मोहब्बत को एक छुपे हुए खजाने की तरह अपने दिल में संभालकर रखूंगी। लेकिन आज जब ये सच सामने आया कि वो अब किसी और के होने वाले हैं, तो लगा जैसे