अदिति और सांवरी जी मार्केट गई , मार्केट से आने के बाद घर के सांवरी अंदर आती है तो आश्चर्य से " आप कब अाई ?? " जब तुम अपनी बहू के साथ घर से बाहर थी ।सांवरी जी पास आकर पैर छु कर आशीर्वाद लेती है ,बहुत दिन के बाद आप अाई दीदी( सुरभी जी ) .....सब कुशल मंगल है न । हम्म सब कुशल मंगल है घर में ,आप तो अपने लिए बहू ले अाई घर में और अपनी ननद को बताना जरूरी नहीं समझा सुरभी जी बोली।बस - बस अब आप कोई बहाना नहीं बनाना भाभी ,