( टकराव और डर )अंश कॉलेज के बाहर खड़ा, सिया को देख रहा था। उसकी आँखों में वो गुस्सा अब भी ताज़ा था जो कुछ देर पहले राघव के लोगों पर गोलीबारी के बाद से जल रहा था। लेकिन सिया के मासूम चेहरे ने उसे पल भर के लिए ठहरने पर मजबूर कर दिया था।अंश के लिए ये बहुत अजीब था कि वो ऐसे किसी अजनबी के बारे में सोच रहा था, लेकिन इससे पहले कि वो खुद को संभाल पाता, उसके कदम अनजाने में कॉलेज के गेट की ओर बढ़ने लगे।सिया अपने दोस्तों के साथ गेट के पास खड़ी