स्वर : एक संगम या जंग

एक लड़की पीले रंग का कुर्ता और सलवार पहने माता सरस्वती के मन्दिर में पूजा की थाल लेकर आरती करती हुई उनकी स्तुति गा रही थी, " या कुन्देन्दुतुषारहारधवला या शुभ्रवस्त्रावृताया वीणावरदण्डमण्डितकरा या श्वेतपद्मासना। या ब्रह्माच्युतशंकरप्रभृतिभिर्देवैः सदा वन्दिता सा मां पातु सरस्वती भगवती निःशेषजाड्यापहा। या कुन्देन्दु तुषारहार धवला या शुभ्रवस्त्रावृता। या वीणावरदण्डमण्डितकरा या श्वेतपद्मासना।।"तभी तीन लड़कियों का एक झुंड था। जिसमें से एक ने piano, एक ने गिटार और एक ने तबला लिया हुआ था। उसमें से बीच वाली लड़की जिसने हाथ में गिटार लिया हुआ था वह बोली, "यार कोई इस पायल के सिर पर नारियल फोड़ दो। तब