"शुभम - कहीं दीप जले कहीं दिल"""शुभम -( पार्ट -१९)शुभम अपनी बेटी से बातचीत करने के बाद युक्ति की डायरी पढ़ने लग गया।पढ़ते पढ़ते युक्ति फिर से याद आ गई।अब आगे....डॉक्टर शुभम ने डायरी बंद कर दी.उसे वह दिन याद आ गया। युक्ति ने डॉ. शुभम को एक चिट्ठी दी थी। चिठ्ठी के साथ उसके भाई का नाम और पता भी था।डॉक्टर शुभम ने पता देखा, एक शहर है लेकिन यहां से ज्यादा दूर नहीं, मैं एक दिन में पहुंच जाऊंगा। लेकिन डॉक्टर तनेजा रविवार को नहीं आने वाले थे इसलिए वह चिट्ठी देने नहीं जा सके।मैंने सोचा कि एक