हम सब की ही कोई कहानी है।

(4)                    राहुल की सोच की दाद देनी होंगी। कपनी को अबर तक लिजाने वाला वो शक्श कब सोता होगा। उसे आज एयर पोर्ट निकलना था। कार स्टाट थी। तभी सूटकेश मे उसने सब कुछ रख लिया था... हाँ कपनी की चेकबुक मुंशी जी दे गए थे। आज किसी से मिलना था।कपनी को फायदा देना था।                        वहा के लोग याद करे।एयर पोर्ट पे पहुंच कर किशोर का फोन आ गया "-अक्ल आप ये डील केन्सिल करे।" राहुल जैसे गुपचुप हो गया।जलती हुई