किसी सुहाने मंझर को देखता जा रहा थायह जंगल भी खूबसूरत होते हैं न?( आपको याद आ गया वो ज़ुल्फ़ों का जंगल?)आप हंस रहे हैं न?नहीं,उस जंगल की बात नहीं कर रहा मैंकिसी और तरह के जंगल से गुज़रेंगे हमसभी गुजरते हैं पर वो नहीं देखते जो मैं देखता हूँजंगल आखिर जंगल हैइंसानों की ब्रांडेड ख्वाहिशों का जंगलआप रोज़ ही गुजरते होंगे न?पर आप admit नही करेंगेक्योंकि वो ख्वाइशें आपका अहम ,एगो बन चुकी हैं, (एक एक कर के उदाहरण देता हूँ )दाढ़ी तो फ्लाने ब्लेड और क्रीम से ही बनाऊंगा!(ज़रा लिकविड या नॉर्मल सोप से बनाइये एक दिनक्या फर्क पड़ेगा?