परछाईयों में मोहब्बत

अध्याय 1: परछाइयों का आरंभ शाम का वक्त था, आसमान में हल्की-हल्की बारिश हो रही थी, और हवा में एक ठंडक थी जो मन को सुकून देती थी। इसी भीगी शाम में शहर के सबसे पुराने किताबों की दुकान के बाहर कुछ लोग बारिश से बचने के लिए खड़े थे। ये दुकान एक समय की जानी-मानी जगह थी, पर अब यह धीरे-धीरे भूलती जा रही थी। अधिकतर लोग इस किताबों की दुकान की तरफ रुख़ नहीं करते, लेकिन यह आर्यन के लिए एक खास जगह थी। इस दुकान का हर कोना, हर किताब की अलमारी उसके दिल के करीब थी।