श्याम श्रीवास्तव का कृतित्व और व्यक्तित्व रामगोपाल भावुक मो0- 8770554097 चेहरे पर मुस्कान जरूरी है यारो श्याम श्रीवास्तव का पहला काव्य संग्रह है। इस डबरा नगर की साहित्यिक गोष्ठियों में वड़े ही तरुन्नुम में गाते हुए श्याम जी को देख जा सकता है। पहला गीत अपने पिता की स्मृति को अर्पित किया है। तलवार के मानिंद धारदार थी कलम सच्चाई की इवारत लिखती रही हर दम। पंक्तियाँ पढ़कर आपके पिता श्री की रचनायें पढ़ने को उत्सुक हो उठा हूँ। निश्चय ही वे मेरी इस इच्छा को अवश्य ही पूर्ण करेंगे। संकलन में बावन