लाईन हाजिर - माता प्रसाद शुक्ल

  • 1.2k
  • 351

लाइन हाजिर लघुकथा संग्रह पर भावुक दृष्टि                                                समीक्षक  रामगोपाल भावुक             किस्सा कोताह पत्रिका ने लधुकथा प्रतियोगिता आयेजित की थी।  जिसमें माताप्रसाद शुक्ल जी को एक टिकिट बहादुर गढ़ लघुकथा र द्धितीय पुरस्कार प्रदान किया गया है। यह लघुकथा पढ़कर लगा शुक्ल जी की 2018 में प्रकाशित लघुकथा संग्रह पर दृष्टि डाली जाये।  यह कृति शुक्लजी ने मुझे 24.10.23 को प्रदान की थी। उनकी लघुकथा पुरस्कृत होते ही   उनके लघुकथा संग्रह के पन्ने पलटने लगा। इसमें पिच्यासी लघुकथायें संग्रहीत है।       इसमें छह विद्धानों के अभिमत प्रकाशित किये गये है। जिस कृति की रचनाये बोलतीं हो