बारिश की बूंदें और वो - भाग 2

    पहली बातचीत जब वे बातें कर रहे थे, आदित्य ने जाना कि स्नेहा एक डिज़ाइनर है और अपने करियर में बहुत सफल है। उनकी सोच और विचारधारा में एक गहरी समानता थी। बातचीत में समय का पता ही नहीं चला। "क्या आप अक्सर यहाँ बस का इंतज़ार करते हैं?" स्नेहा ने पूछा। "जी हाँ, लेकिन आज तो बस के आने में काफी समय है," आदित्य ने हंसते हुए कहा। इस अनपेक्षित मुलाकात ने दोनों के दिलों में एक नया एहसास जगा दिया। पहली बातचीत जब वे बातें कर रहे थे, आदित्य ने जाना कि स्नेहा एक डिज़ाइनर है