राजीव जया को कहता है, "मौत सामने है और ऐसी बाते कर रही हो तुम।"जया उसे कहती है, "डरती नहीं हूं मैं किसी से भी , मौत से तो बिल्कुल भी नहीं।"राजीव उसको अपनी डेविल वाली वाइस में कहता है, " पर मुझसे डरो।"जया हस्ते हुए कहती है, "तुम जेसे गुंडे से डरूंगी मैं। पत्रकार हू मैं, रोज़ का काम है ये मेरा , तुम जैसे गुंडो को बेनकाब करना।"राजीव उसके करीब आकर उसके कान में धीरे से कहता है, "पर तुम तो सिर्फ मेरे बारे में लिखते हो। बहुत शौक है ना तुम्हे मेरे बारे में लिखने का, इतना